क्यों नहीं उड़ती यहाँ विमान - तिब्बत
भारत और चीन के बिच में बसा अनोखा देश , तिब्बत जहाँ जाने के लिए आप हबाई जहाज का इस्तेमाल नहीं कर सकते | आपलोगो को ये बात आश्चर्य लग रही होगी लेकिन यह सत्ये है | आज हमलोग इसी विषय पर चर्चा करे गए | तिब्बत को पूर्वी एशिया का हिस्सा और मध्य चीन के मैदान का पश्चिमी हिस्सा माना जाता है |
factgayan |
तिब्बत जहाँ जमीन और आसमान एक होते प्रतीत दिखते है और यहाँ का मौसम , पहाड़ , झिल ,नदी वनस्पति और जीव इसकी खूबसूरती को और भी ज्यादा बढ़ाते हे ,जिसके कारण यहाँ हर साल हज़ारो सैलानियो आते है | दुनिया की सबसे ऊंची ऊंची पर्वत तिब्बत में ही पायी जाती है इनमे प्रमुख माउंट एवेरेस्ट , k2 , माउंट कैलाश , को आयु ,मकालू है | इसलिए इसे " Roof Of The World" अर्थात दुनिया का छत भी कहा जाता है |
तिब्बत में दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत माउंट एवेरेस्ट जो समुद्र से 8,848 m (29,029 ft ) ऊपर है और नेपाल के सीमा पर स्थित है |
तिब्बत के पठार में सहायक प्रमुख नदी का स्रोत है , जिसमे याँत्ज़े , पिली नदी , इंडस नदी , त्संगपो नदी (भारत में ब्रह्मपुत्र ) शामिल है |
इंडस और ब्रह्मपुत्र नदी पश्चिमी तिबत से निकलती है , ये नदी हिन्दू का चिन्ह और पहाड़ भगवान शिव के निवास के रुप में माना जाता है , इसलिए इसे ,"Water Tower " ऑफ़ एशिया भी कहा जाता हैं |
तिब्बत के ऊपर से विमान क्यों नहीं उड़ते ?
( 1 ) उच्चतम ऊंचाई
कोई भी वाणिज्यिक विमान को ज्यादा से ज्यादा 8 हज़ार मीटर तक की ही ऊंचाई पर उड़ाया जा सकता है और तिब्बत में उससे बड़े बड़े पर्वत ही है इसलिए यह भी एक तथ्य है , जिसके कारण यहाँ विमान उड़ने की रोक है |
( 2 ) आपातकालीन लैंडिंग
तिब्बत से सम्पूर्ण 5 हवाई अड्डे अगर कोई आपात स्थिति आ गई तो लैंडिंग में समस्या हो सकती है , क्योकि ज्यादातर हवाई अड्डे दूर समतल स्थान पर है |
( 3 ) ऑक्सीजन की कमी
जैसे जैसे हम ऊपर की ओर जाते है , हवा पतली होती जाती है और ऑक्सीज़न की कमी महसूस होने लगती है | जिसके कारण यात्री की जान का खतरा भी रहता है | कुछ विशेषज्ञ का यह भी कहना है की यात्री को केवल 20 मिनट तक ऑक्सीजन दी जा सकती हैं |
( 4 ) पायलट को उड़ान भरने में मुश्किल का सामना करना पड़ता |
माउंट एवेरेस्ट के कारण यहाँ जेट धारा तेज से चलती है , जो हवा में अधिक दबाव बनाता है और विमान को उड़ने में समस्या होती हैं | अभी तक 8 पायलट ही ऐसे है , जो विमान लैंड करबा पाये हैं | अभी तक बहुत सी विमान दुर्घटना के मामला सामने आ चुकी है |
7 शताब्दी में तिब्बती एक साम्राज् था लेकिन साम्राज्य के पतन के साथ यह क्षेत्र विभिन्म क्षेत्रों में विभाजित हो गया और तिब्बत एक स्वतंत्र देश बन गया लकिन चीन से अब तिब्बत पर कब्ज़ा कर लिया है और तिब्बत में जाने के लिए भी चीन से अनुमति लेनी होती हैं |
दुनिया धीरे क्यों चल रही जानिए
धन्यवाद
विशाल कुमार
Amazing
ReplyDeletehlo hlo
ReplyDeleteyes
DeletePost a Comment