सबसे पहले हमें जानना होगा कि एक्यूप्रेशर विधि में होता क्या है ?

Acupressure 

एक्यूप्रेशर विधि में कुछ खास अंगों को दबाया जाता है। जिससे लोगों का इलाज होता है। हमारे शरीर में हजारों मांस पेशिया नशे हड्डियां होते हैं। इनसे मिलकर ही हमारा शरीर बनता।कई बार कुछ पॉइंट पर खून का संचालन नहीं हो पाता है। जिसे दबाने से फिर से वह खुल जाते हैं और फिर से काम करने लगते हैं।  

 एक्यूप्रेशर विधि में कई लाभ हैं।

●  इसमें कोई खर्च नहीं है। 

●  कोई भी गरीब रोगी इसका लाभ उठा सकता है।

●  इसमें कोई तरह का सर्जरी नहीं होता है । 

●  इसमें घबराने की कोई जरूरत नहीं है।

●  इस विधि का कोई साइड इफेक्ट नहीं है |

●  यह योन शक्ति को बढ़ाता है।

●  चेहरे का पिंपल को दूर करता है और चेहरे पर निखार लाता है।

●   यह पेट में दर्द कमर में दर्द को भी ठीक कर देता है।

●  अगर आपको दवा की गोली खाना पसंद नहीं तो यह ब्लॉग आपके     लिए सबसे अच्छा है। 

अब चलिए जानते हैं :

कुछ महत्वपूर्ण एक्यूप्रेशर बिन्दु के बारे में।

1.  पेरीकार्डियम

pc 6 
स्थान :

यह बिन्दु  हथेली के एक इंच  नीचे और दोनों टेंडॉन्स (nerves )के बिच में होते है | 

कैसे दबाये :

अपने हथेली के  तर्जनी ( index finger ),मध्यमा ( middle finger ) और अनामिका (ring finger ) से एक साथ दबाये | ये प्रक्रिया को दो से तीन बार दोहराये जबतक रक्त का प्रभाव सयुक्त रुप से संचालित ना हो जाये |

steps for p6 
लाभ : 

 इसे दबाने से सीने में दर्द ,पेट का रोग ,बेचैनी ,उल्टी,सिर का दर्द से राहत मिलता है। इसे आपको जरुर  कोशिश करना चाहिए।


2.  शेन मैन
शेन मैंन 
स्थान : 

ये बिंदु कान के एयर लॉक में ऊपरी हिस्सा में पाया जाता हे , जैसा की तस्वीर में दिखाया गया है| 

कैसे दबाये :

ये स्थान को अपने अंगूठे से धीरे धीरे दबाया जाता है |  

लाभ : 

 मधुमेह  ( diabetes ) का यह एक कारगर उपाय हे , इसे दबाने से तनाव , क्रोध और धूम्रपान  की आदत भी छूट जाती है। इसे दबाने से सकारात्मक पूरी शरीर में हो जाती है। एलर्जी चिंता दूर हो जाती है।  

  3. जइनिंग द वैली

joining the  valley 
स्थान : 

ये बिन्दु  अंगूठा (thumb) और तर्जनी (index finger) के बिच में होता है |  

कैसे दबाये : 


step  to li  4 
इस बिंदु को अपने अंगूठा से दबाये और मालिश करे , अनुक्रम दोनों हाथो को इसी प्रकार दबाये | 

लाभ :

इसे दबाने से भिन्न प्रकार का दर्द जैसे जोड़ों का दर्द, गर्दन का दर्द ,दांत का दर्द, कंधे का दर्द ,सिर का दर्द और अत्यधिक नशा (hangover ) दूर होता है। इसे दबाने से कब्ज में राहत मिलती है। जहरीले पदार्थ को भी  हमारे शरीर में सड़ने  का काम करता है | 

4. तीसरी आंख (The Third Eye )


the third eye 
स्थान :

यह बिंदु दोनों भौहों के बीच स्थित होता है,जहाँ स्त्री बिंदी लगाती है।

कैसे दबाये : 

इस बिंदु को अपने अंगूठा से ऊपर की ओर दबाये | ध्यान दे  की जोर से ना दबाये | 

लाभ : 

 इसे दबाने से थकान दूर होते ,याददाश्त को बढ़ने में मदद मिलती , सिर का दर्द को दूर करता है ,आंखों में होने वाले दर्द को दूर करता है और मानसिक शांति प्रदान करता है।

5. सी आफ ट्रैंक्विलिटी (sea of tranquillity )



cv  17 
स्थान : 

ये बिन्दु हमारे छाती (chest) के बीचो बीच  रहता है 

कैसे दबाये :
step for cv 17 
सबसे पहले आप सीधे( बिना रीढ़ की हड्डी झुकाये हुए ) खड़े हो जाये, अपने हाथ को नमस्कार मुद्रा में अपनी छाती के सामने की ओर रखे और फिर धीरे धीरे सांस लेते हुए उँगली से अपनी ओर दबाये |  

लाभ :

इसे दबाने से मन में उठने वाले सकारात्मक विचारों को बढ़ावा मिलती है। और नकारात्मक विचार हमारे शरीर से दूर हो जाते हैं। इस से हम Mental Problem ( Anxiety ,Nervousness and hysteria) से बच सकते है | जो लोग ज्यादातर Depression में रहते हे, उनके लिए ये राम बाण के सामान है | 

Conclusion 

दोस्तों, अनेक लोगो को रोगों के उपचार के लिए अंग्रेजी कड़वी दवाइयाँ खाना पसंद नही होता है। वो बहुत महंगी भी होती है। आज के दौर में भले ही अंग्रेजी दवाइयाँ बहुत प्रचलित हो गयी है पर हर दवा का कोई न कोई साइडइफेक्ट होता है।
ऐसी स्तिथि में मरीजों को एक्यूप्रेशर तकनीक से अपने रोगों का उपचार करना चाहिए। आज के ब्लॉग  में हमने आपको 5 प्रमुख एक्यूप्रेशर पॉइंट्स में बताया है। ये ब्लॉग आपको कैसा लगा, कमेन्ट करके जरुर बतायें।

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                                                                धन्यवाद:  विशाल कुमार 

                                                                                          सहायक:  डॉ अमन सिंघणीअ 

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